tag:blogger.com,1999:blog-8534020032730834533.post7798927936072188556..comments2024-01-19T04:55:05.471-08:00Comments on टुकड़ा कागज का: बहुआयामी सोच का कवि - डॉ शिवबहादुर सिंह भदौरियाshivamhttp://www.blogger.com/profile/06297249504326276000noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8534020032730834533.post-26053413684949033192013-10-16T05:36:38.972-07:002013-10-16T05:36:38.972-07:00एक टुकड़ा कागज का " और डा. अवनीश सिंह चौहान प...एक टुकड़ा कागज का " और डा. अवनीश सिंह चौहान पर डा.शिवबहादुर सिंह भदौरिया का. वक्तव्य या यूँ कहूँ कि समीक्षा बहुत सटीक लगी. अवनीश जी सचमुच बहुत संभावनाओं से भरे रचनाकार हैं. बधाई. RAJA AWASTHIhttps://www.blogger.com/profile/07172842845350029321noreply@blogger.com